सिर्फ ज्ञान ही आपको आपका हक़ दिलाता है
जीवन पथ जटिल
है ये,कालचक्र
कठिन है
ये ,
पग पग पे
भेद-भाव है,रक्त-रंजित
पांव है.
जन्म से किसी
के सर वंश
की छांव है,
झूठ के रथ
पे सवांर डाकुओ
का गाँव है,
किसी के पास
है छल कपट
,किसी को रूप
का वरदान है,
ये सोच कर
मत बैठ जा
की ये विधि
का विधान है.
बज रहा मृदंग
है,ये कहता
अंग अंग है
,
की प्राण अभी शेष
है,मान अभी
शेष है,
उठा ले ज्ञान
का धनुष ,
एक कण भी
और कुछ मत
मांग भगवन से
.
ज्ञान की कमान
पे लगा दे
तू विजय तिलक,
कल के कपल
पे लिख दे
तू ये गुलाल
से ,
"की रोक सकता
है कोई तो
रोक क्र दिखा
मुझे,
हक़ छीनता आया है
जो अब छीन
के बता मुझे."
ज्ञान के मंच
पे सब एक
समान है ,
विधि का विधान
पलट दे ,वो
ब्रम्हास्त्र ज्ञान है.
तो आज से
ये ठान ले
,ये बात गांठ
बांध ले,
की कर्म के
कुरुछेत्र में
न रूप कम
आता है,न
झूठ कम आता
है,
न जाती कम
आती है,न
बाप का नाम
काम आता है
,
सिर्फ ज्ञान ही आपको
आपका हक़ दिलाता
है
--Source: अमिताभ बच्चन (KBC-6)